“अगर हौसला हो पढ़ने का, तो पैसे को रुकावट मत बनने दो।”
आज भारत में लाखों होनहार छात्र सिर्फ पैसों की कमी के कारण पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
PM Scholarship Yojana 2025 ऐसे ही विद्यार्थियों के लिए उम्मीद की किरण है।
यह योजना न सिर्फ छात्रों की पढ़ाई जारी रखने में मदद करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए जरूरी आर्थिक सहारा भी देती है।
इस ब्लॉग में जानिए:
- योजना की खास बातें
- किसे मिलेगा इसका लाभ
- कैसे करें आवेदन — वो भी बिना किसी दलाली और भाग-दौड़ के
- और वो सब कुछ जो एक छात्र को जानना चाहिए
कहानी एक छात्र की: क्यों जरूरी है यह योजना?
नाम: पूजा यादव, उत्तर प्रदेश
पिता: पूर्व सैनिक
स्थिति: आर्थिक रूप से कमजोर
स्वप्न: इंजीनियर बननापूजा 12वीं में 90% लाने के बावजूद कॉलेज की फीस भरने में असमर्थ थी। लेकिन पीएम स्कॉलरशिप योजना के तहत ₹36,000 सालाना की छात्रवृत्ति मिली — जिससे उसकी पढ़ाई रुकी नहीं।
यही है इस योजना का असली मकसद — शिक्षा को बाधित होने से बचाना।
पीएम स्कॉलरशिप योजना की शुरुआत कब और क्यों हुई?
प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (PMSS) की शुरुआत 2006 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना था, जिनके माता-पिता सशस्त्र बलों में सेवा के दौरान शहीद हो गए या गंभीर रूप से घायल हुए।
इस योजना को रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) द्वारा Kendriya Sainik Board के माध्यम से चलाया जाता है।
शुरुआत में इस योजना के तहत 1000 से भी कम छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती थी, लेकिन आज हजारों छात्र इसका लाभ ले रहे हैं।
वर्ष 2025 में इस योजना का दायरा और बढ़ा दिया गया है — अब अन्य छात्र भी इसके तहत पात्र हो सकते हैं, जैसे:
- CAPF (Central Armed Police Forces) कर्मियों के बच्चे
- Railway Protection Force के परिवार
- और कई राज्यों में आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्र
स्कॉलरशिप पाने वाले छात्रों की सफलता की कहानी
राजस्थान के एक छोटे से गांव भरतपुर की आरती कुमारी, जिनके पिता बीएसएफ में कार्यरत थे और एक ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए थे, उन्हें PMSS योजना के तहत ₹2500 प्रति माह की स्कॉलरशिप दी गई।
इस सहायता से उन्होंने BSc Nursing की पढ़ाई पूरी की और अब एक सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत हैं।
ऐसी सैकड़ों कहानियाँ हैं जहाँ स्कॉलरशिप ने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाया है।
योजना की मुख्य विशेषताएं (2025 अपडेट)
फ़ीचर | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | पीएम छात्रवृत्ति योजना 2025 |
प्राधिकरण | Kendriya Sainik Board / PMO |
आवेदन मोड | पूरी तरह ऑनलाइन |
राशि (Male) | ₹2,500 प्रति माह (₹30,000 वार्षिक) |
राशि (Female) | ₹3,000 प्रति माह (₹36,000 वार्षिक) |
अवधि | पूरे कोर्स की अवधि (2–5 वर्ष तक) |
आवेदन तिथि | जून 2025 से शुरू |
लास्ट डेट | 30 सितंबर 2025 (संभावित) |
इस योजना के लिए पात्रता कौन-कौन रखता है?
यहां छात्र और उनके अभिभावकों को समझना चाहिए कि ये योजना सभी के लिए नहीं है। कुछ खास eligibility शर्तें हैं:
विद्यार्थी के लिए:
- भारत का नागरिक होना चाहिए
- पिछले साल की परीक्षा में कम से कम 60% अंक
- रेगुलर कोर्स में दाख़िला (Distance वाले eligible नहीं हैं)
- AICTE/UGC approved संस्थानों में पढ़ाई होनी चाहिए
अभिभावक की श्रेणी (किसके बच्चे पात्र हैं?)
- शहीद या सेवा-निवृत्त सैनिकों के बच्चे
- CAPF / RPF / Assam Rifles / CISF / BSF के जवानों के बच्चे
- गंभीर रूप से घायल जवानों के बच्चे
- राज्य पुलिस से सेवानिवृत्त कर्मियों के बच्चे (कुछ राज्यों में लागू)
कौन-कौन से दस्तावेज़ जरूरी होंगे?
एक छोटी लिस्ट तैयार रखें ताकि आवेदन के समय कुछ मिस न हो:
- छात्र का पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड
- 10वीं/12वीं की मार्कशीट
- प्रवेश प्रमाण पत्र (Admission letter)
- अभिभावक का सेवा प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक (छात्र के नाम से)
- Institute Verification Form (IVF)
- Bonafide Certificate
- शपथ पत्र (Annexure – आवश्यकता अनुसार)
आवेदन कैसे करें? (स्टेप बाय स्टेप गाइड – 2025 के अनुसार)
Step 1: वेबसाइट पर जाएं
https://ksb.gov.in या https://scholarships.gov.in
Step 2: रजिस्ट्रेशन करें
- “New User? Register Here” पर क्लिक करें
- मोबाइल नंबर और ईमेल से OTP वेरिफिकेशन
- Login ID और Password बनाएं
Step 3: एप्लिकेशन फॉर्म भरें
- निजी जानकारी
- कोर्स की डिटेल
- संस्थान की जानकारी
- बैंक डिटेल और दस्तावेज़ अपलोड करें
Step 4: फाइनल सबमिशन करें
- सब कुछ एक बार चेक करें
- Submit करें और Reference ID सुरक्षित रखें
आवेदन के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- सभी दस्तावेज़ PDF या JPG फॉर्मेट में होने चाहिए
- बैंक अकाउंट छात्र के नाम से होना जरूरी है
- केवल मान्यता प्राप्त कॉलेज/कोर्स वाले ही eligible हैं
- Admission Letter पर फीस की जानकारी होनी चाहिए
- “Institute Nodal Officer” से समय पर approval जरूर कराएं
आवेदन रिजेक्ट हो जाए तो क्या करें?
अगर आपका आवेदन रिजेक्ट हो गया है, तो घबराएं नहीं। कई बार छोटी-छोटी गलतियों की वजह से ऐसा हो सकता है:
सामान्य कारण:
- दस्तावेज़ अधूरे या स्कैन की क्वालिटी खराब
- गलत बैंक खाता संख्या
- पात्रता की पुष्टि न होना (जैसे शहीद प्रमाण पत्र)
समाधान:
- अपने Zilla Sainik Board में संपर्क करें
- या योजना की वेबसाइट पर लॉगिन कर “Application Status” चेक करें
- ज़रूरत पड़े तो आवेदन को संशोधित करें और दोबारा सबमिट करें
यदि आवेदन की अंतिम तिथि निकल चुकी हो, तो अगले वर्ष दोबारा प्रयास किया जा सकता है।
किन छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है?
- शहीद सैनिकों के बच्चे
- छात्राएं (क्योंकि ₹500 अतिरिक्त छात्रवृत्ति मिलती है)
- आर्थिक रूप से अत्यधिक कमजोर वर्ग
- Technical और Professional Courses करने वाले विद्यार्थी
योजना के प्रभाव और फायदों पर एक नजर
लाभ | विवरण |
---|---|
शिक्षा में निरंतरता | फीस का बोझ कम होता है, पढ़ाई रुकती नहीं |
आत्मनिर्भरता | छात्र खुद अपनी पढ़ाई का खर्च उठा पाते हैं |
महिला शिक्षा को बढ़ावा | छात्राओं को अतिरिक्त राशि मिलती है |
सैनिक परिवारों को सम्मान | उनके बच्चों को प्राथमिकता मिलती है |
डिजिटल इंडिया को समर्थन | पूरा प्रोसेस ऑनलाइन, पेपरलेस और पारदर्शी |
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कौन-कौन से कोर्स इस योजना में शामिल हैं?
- इंजीनियरिंग (B.Tech, BE)
- मेडिकल (MBBS, BDS, BAMS, BHMS)
- फार्मेसी (B.Pharma, M.Pharma)
- होटल मैनेजमेंट
- BBA / BCA / MCA / MBA
- B.Sc / M.Sc (साइंस स्ट्रीम)
- Nursing Courses
- Law (LLB, BALLB)
केवल Distance Courses और Private Certification वाले कोर्स इसमें मान्य नहीं हैं।
इस स्कॉलरशिप से पढ़ाई के बाद कौन-कौन से करियर विकल्प खुलते हैं?
PM स्कॉलरशिप योजना उन छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है जो उच्च शिक्षा लेकर रोजगार पाना चाहते हैं। इस योजना से मिलने वाली मदद से छात्र निम्नलिखित क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं:
- इंजीनियरिंग (B.Tech, Diploma)
- नर्सिंग और मेडिकल फील्ड
- बी.एड व टीचिंग कोर्स
- B.Sc, B.A, B.Com जैसे सामान्य ग्रेजुएशन कोर्स
- ITI या Polytechnic जैसे तकनीकी कोर्स
- Hotel Management, Fashion Design आदि प्रोफेशनल कोर्स
इन कोर्सेज़ के बाद छात्र सरकारी और निजी नौकरियों के लिए पात्र बनते हैं।
छात्रों के लिए सलाह: स्कॉलरशिप मिलने के बाद क्या करें?
- छात्रवृत्ति का उपयोग सिर्फ पढ़ाई से जुड़े खर्चों (जैसे फीस, बुक्स, लैपटॉप, कोचिंग) में करें
- सालाना Renewal के लिए हर साल डॉक्युमेंट्स अपडेट करते रहें
- बैंक अकाउंट एक्टिव रखें — कभी-कभी आधार लिंकिंग न होने से स्कॉलरशिप फेल हो जाती है
- किसी भी ग़लत दस्तावेज़ या झूठी जानकारी से बचें — इससे स्कॉलरशिप रद्द हो सकती है
आय प्रमाण पत्र और गरीबी रेखा का सत्यापन कैसे करें?
PM Scholarship Yojana के लिए आय सीमा का ध्यान रखना जरूरी है, खासकर जब सामान्य कैटेगरी के छात्र आवेदन करते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़:
- इनकम सर्टिफिकेट (Income Certificate): तहसील या eDistrict पोर्टल से लिया गया
- BPL कार्ड या राशन कार्ड: गरीबी रेखा के नीचे परिवार का प्रमाण
कहां से बनवाएं:
- eDistrict पोर्टल (https://edistrict.up.gov.in)
- जन सेवा केंद्र (CSC)
डिजिटल सर्टिफिकेट बनवाएं ताकि उसे PDF में अपलोड किया जा सके।
निष्कर्ष: यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, एक उम्मीद है
PM Scholarship Yojana 2025 सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जो छात्रों को आगे बढ़ने का हौसला देता है।
अगर आप भी पढ़ाई में अच्छे हैं लेकिन संसाधनों की कमी है, तो देर न करें — अभी आवेदन करें और अपने भविष्य की नींव को मजबूत बनाएं।
“शिक्षा से बड़ा कोई हथियार नहीं होता — और जब सरकार साथ हो, तो सफलता दूर नहीं होती।”
कुछ ऐसे सवाल जो अक्सर छात्र पूछते हैं
Q1. क्या स्कूल के छात्र भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं?
नहीं, प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना सिर्फ उन छात्रों के लिए है जो 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं और किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले चुके हैं। यह योजना खासतौर पर उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। स्कूल स्तर (10वीं या 12वीं से पहले) के छात्र इस योजना के लिए पात्र नहीं होते हैं।
Q2. अगर पिछले साल स्कॉलरशिप मिली थी तो क्या दोबारा आवेदन करना होगा?
जी हाँ, अगर आपने पिछली बार इस योजना के तहत स्कॉलरशिप प्राप्त की थी और आपकी पढ़ाई अगले वर्ष भी जारी है, तो हर साल “Renewal Application” करना जरूरी होता है। यह प्रक्रिया थोड़ी आसान होती है क्योंकि आपके दस्तावेज़ पहले से वेबसाइट पर उपलब्ध होते हैं। लेकिन आपको अपनी मार्कशीट और बैंक डिटेल जैसी चीज़ें अपडेट करनी होती हैं।
Q3. क्या सरकारी कॉलेजों के छात्र ही आवेदन कर सकते हैं?
नहीं, योजना सिर्फ सरकारी संस्थानों तक सीमित नहीं है। Private कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन शर्त यह है कि उनका संस्थान AICTE, UGC, या अन्य मान्यता प्राप्त एजेंसी से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। साथ ही, कोर्स full-time और regular होना चाहिए।
Q4. स्कॉलरशिप की राशि कब और कैसे मिलती है?
स्कॉलरशिप की राशि छात्र के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है। एक बार जब आवेदन पास हो जाता है और सभी दस्तावेज़ सही पाए जाते हैं, तो राशि लगभग 3 से 4 महीनों में खाते में ट्रांसफर हो जाती है। आपको अपने आवेदन स्टेटस पर नजर रखनी चाहिए ताकि किसी गलती की स्थिति में तुरंत सुधार हो सके।
Q5. आवेदन रिजेक्ट हो जाए तो क्या किया जाए?
अगर आपका आवेदन रिजेक्ट हो गया है, तो सबसे पहले https://ksb.gov.in या mksy.up.gov.in जैसी आधिकारिक साइट पर जाकर Login करें और ‘Rejection Reason’ देखें। ज़्यादातर रिजेक्शन छोटे-मोटे कारणों से होते हैं जैसे दस्तावेज़ का अपलोड न होना, स्कैन की क्वालिटी खराब होना या गलत खाता नंबर देना। अगली बार आवेदन करते समय इन गलतियों से बचें और समय रहते सबमिट करें।