मध्य प्रदेश सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए “मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना 2025” शुरू की है। इस योजना के तहत राज्य के युवा अलग-अलग सेक्टर में ट्रेनिंग पा सकेंगे और इसके साथ ही ₹8000 से ₹10,000 तक स्टाइपेंड (प्रशिक्षण भत्ता) भी मिलेगा। सरकार का उद्देश्य है कि युवा पढ़ाई पूरी करने के बाद रोजगार के लिए भटकें नहीं, बल्कि उद्योगों में जाकर काम सीखें और खुद को आत्मनिर्भर बनाएं।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य मकसद है:
- बेरोजगार युवाओं को ट्रेनिंग देकर काम के काबिल बनाना
- उन्हें सिखाना कि कैसे कंपनियों में काम होता है
- काम सीखते हुए उन्हें हर महीने पैसे (स्टाइपेंड) भी देना
- युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना ताकि वे खुद का काम शुरू कर सकें या नौकरी पा सकें
राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश के युवा खुद पर निर्भर बनें और काम सीखकर भविष्य को मजबूत करें।
पात्रता (Eligibility)
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको ये शर्तें पूरी करनी होंगी:
- आवेदक मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- उम्र 18 से 29 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- कम से कम 12वीं पास, ITI, डिप्लोमा या ग्रेजुएट होना जरूरी है।
- आवेदनकर्ता के पास समग्र ID और बैंक खाता होना चाहिए।
- आवेदक बेरोजगार होना चाहिए, यानी किसी सरकारी या निजी नौकरी में न हो।
स्टाइपेंड कितनी मिलेगी?
शैक्षणिक योग्यता के आधार पर स्टाइपेंड की राशि तय की गई है:
योग्यता | स्टाइपेंड प्रति माह |
---|---|
12वीं पास | ₹8000 |
ITI पास | ₹8500 |
डिप्लोमा धारक | ₹9000 |
ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट | ₹10,000 |
यह राशि डायरेक्ट आपके बैंक अकाउंट में भेजी जाएगी।
किन क्षेत्रों में मिलेगी ट्रेनिंग?
सरकार ने 700 से ज्यादा काम के क्षेत्रों में ट्रेनिंग देने का फैसला किया है, जैसे:
- IT और Software
- डिजिटल मार्केटिंग
- होटल मैनेजमेंट
- ऑटोमोबाइल
- हेल्थकेयर और नर्सिंग
- ब्यूटी एंड वेलनेस
- इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, वेल्डर आदि
- बैंकिंग और फाइनेंस
- रिटेल और सेल्स
आप अपनी पसंद और स्किल के अनुसार ट्रेनिंग का सेक्टर चुन सकते हैं।
आवेदन कैसे करें? (Step by Step)
- वेबसाइट पर जाएं: https://mmsky.mp.gov.in
- “युवाओं के लिए पंजीकरण” पर क्लिक करें
- समग्र ID डालें और OTP वेरिफाई करें
- अपनी पर्सनल और एजुकेशनल डिटेल भरें
- इच्छित सेक्टर और ट्रेनिंग लोकेशन चुनें
- डॉक्यूमेंट अपलोड करें
- फॉर्म को सबमिट करें और एप्लिकेशन ट्रैक करें
जरूरी दस्तावेज़
- समग्र ID
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- फोटो
- बैंक पासबुक
- शैक्षणिक प्रमाणपत्र
योजना के फायदे
- बिना खर्च के ट्रेनिंग का मौका
- हर महीने स्टाइपेंड से आर्थिक मदद
- कंपनियों में काम सीखने का अनुभव
- भविष्य में नौकरी पाने या खुद का काम शुरू करने की तैयारी
- सरकारी सर्टिफिकेट भी मिलेगा
निष्कर्ष
MP Seekho-Kamao Yojana 2025 उन युवाओं के लिए सुनहरा मौका है जो पढ़ाई पूरी कर बेरोजगार हैं और ट्रेनिंग पाकर नौकरी या व्यवसाय करना चाहते हैं। अगर आप भी मध्य प्रदेश के युवा हैं और काम सीखकर आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं तो इस योजना का लाभ ज़रूर उठाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) – MP Seekho-Kamao Yojana 2025
Q1. योजना में कितनी ट्रेनिंग दी जाती है?
इस योजना के तहत दी जाने वाली ट्रेनिंग की अवधि आमतौर पर 6 महीने से लेकर 12 महीने तक की होती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस सेक्टर का चयन कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, आईटी सेक्टर, होटल मैनेजमेंट, या हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में ट्रेनिंग का टाइम थोड़ा ज्यादा हो सकता है। वहीं, रिटेल या ब्यूटी वेलनेस जैसे सेक्टरों में ट्रेनिंग 6 से 8 महीने में पूरी हो जाती है। सभी ट्रेनिंग इंडस्ट्री के मानकों के अनुसार होती है ताकि आपको नौकरी मिलने में दिक्कत न हो।
Q2. स्टाइपेंड कब और कैसे मिलेगा?
MP सरकार ने यह योजना इस तरीके से बनाई है कि हर महीने की उपस्थिति के आधार पर स्टाइपेंड दिया जाएगा। इसका मतलब ये है कि अगर आप नियमित रूप से ट्रेनिंग में उपस्थित रहते हैं, तो सरकार आपके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से ₹8000 से ₹10,000 तक की राशि भेजेगी। यह राशि हर महीने की शुरुआत में ट्रांसफर की जाती है, लेकिन यदि उपस्थिति कम हुई तो उस महीने का भुगतान रोका जा सकता है। इसलिए ट्रेनिंग में नियमित रहना बहुत ज़रूरी है।
Q3. क्या यह ट्रेनिंग प्राइवेट कंपनी में भी होगी?
जी हाँ, इस योजना में सरकार ने न सिर्फ सरकारी संस्थानों को बल्कि प्राइवेट कंपनियों को भी ट्रेनिंग पार्टनर बनाया है। इसका उद्देश्य यह है कि युवाओं को असली इंडस्ट्री का अनुभव मिल सके। कंपनियां खुद तय करती हैं कि उन्हें किस तरह के प्रशिक्षुओं की जरूरत है, और उसी के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण देती हैं। ट्रेनिंग के दौरान आपको कंपनी का वर्क कल्चर, मशीनों का इस्तेमाल, रिपोर्टिंग सिस्टम और अन्य सभी चीजें सिखाई जाती हैं।
Q4. योजना का प्रमाणपत्र वैलिड है क्या?
बिलकुल, MP Seekho-Kamao Yojana के अंतर्गत मिलने वाला सर्टिफिकेट सरकारी मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र होता है। यह सर्टिफिकेट आपको ट्रेनिंग पूरी होने के बाद दिया जाता है और इसमें आपके द्वारा सीखी गई स्किल्स, ट्रेनिंग की अवधि और कंपनी का नाम शामिल होता है। यह सर्टिफिकेट भविष्य में नौकरी के लिए आवेदन करते समय आपके लिए बहुत काम का होगा।
Q5. क्या महिला उम्मीदवार भी आवेदन कर सकती हैं?
जी हाँ, इस योजना में महिला और पुरुष दोनों को समान अवसर दिए गए हैं। राज्य सरकार का विशेष फोकस महिला सशक्तिकरण पर भी है। यदि कोई महिला उम्मीदवार पात्रता शर्तों को पूरा करती है (जैसे आयु, शिक्षा आदि), तो वह न सिर्फ आवेदन कर सकती है बल्कि उसे ट्रेनिंग के दौरान समान स्टाइपेंड भी मिलेगा। महिलाओं के लिए कुछ विशेष ट्रेनिंग कोर्स जैसे ब्यूटी, फैशन डिजाइनिंग, हेल्थकेयर आदि भी शामिल किए गए हैं।
Q6. कितनी बार आवेदन कर सकते हैं?
MP Seekho-Kamao Yojana के तहत एक युवा सिर्फ एक बार आवेदन कर सकता है। अगर आप एक बार ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं और प्रमाणपत्र प्राप्त कर चुके हैं, तो दोबारा इस योजना का लाभ नहीं लिया जा सकता। सरकार का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा युवाओं को ट्रेनिंग देने का है, इसलिए यह शर्त रखी गई है।
Q7. क्या ट्रांसफर की सुविधा है?
नहीं, एक बार अगर आपको किसी ट्रेनिंग सेंटर या कंपनी में अलॉट कर दिया गया है तो उसके बाद ट्रांसफर की सुविधा नहीं दी जाती। हालांकि, यदि किसी विशेष कारण (जैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्या या पारिवारिक आपात स्थिति) के चलते किसी अभ्यर्थी को स्थान परिवर्तन की जरूरत होती है तो वह जिला अधिकारी से संपर्क कर सकता है, लेकिन यह केवल विशेष मामलों में ही मंज़ूर किया जाता है।
Q8. क्या योजना सिर्फ शहरी युवाओं के लिए है?
नहीं, यह योजना शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के युवाओं के लिए है। सरकार चाहती है कि गांवों के युवा भी इस योजना से जुड़कर ट्रेनिंग लें और भविष्य में नौकरी या स्वरोजगार के रास्ते खोल सकें। ट्रेनिंग सेंटर्स और पार्टनर कंपनियों को हर जिले में जोड़ा गया है ताकि दूर-दराज के युवा भी इसमें भाग ले सकें।
Q9. क्या मोबाइल से आवेदन किया जा सकता है?
हाँ, योजना की वेबसाइट mobile-friendly है। इसका मतलब यह है कि आप अपने स्मार्टफोन से ही वेबसाइट https://mmsky.mp.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसमें OTP वेरिफिकेशन, दस्तावेज़ अपलोड, ट्रेनिंग प्रोफाइल चुनना – ये सब मोबाइल से संभव है। जिन युवाओं के पास कंप्यूटर नहीं है, वे भी आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
Q10. आवेदन में कोई गलती हो जाए तो क्या करें?
यदि आपने आवेदन करते समय कोई गलती कर दी है जैसे – नाम, पता, ट्रेनिंग प्रोफाइल या बैंक डिटेल्स – तो आपको जिला कौशल विकास अधिकारी (District Skill Officer) से संपर्क करना होगा। वे आपके फॉर्म को संशोधित करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, हेल्पलाइन नंबर और ईमेल सपोर्ट भी उपलब्ध है जहां आप संपर्क कर सकते हैं।