“बीमारी कभी नहीं बताकर आती — लेकिन इलाज की चिंता अब आपको नहीं करनी चाहिए।”
देश के हर नागरिक को मुफ्त और सम्मानजनक इलाज देने के लिए शुरू की गई थी Ayushman Bharat Yojana, जिसे आज आम लोग आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड के नाम से जानते हैं।
सवाल है:
- क्या आप इसके पात्र हैं?
- कार्ड घर बैठे कैसे बनाएं?
- किन अस्पतालों में मान्य है?
इस ब्लॉग में आपको मिलेंगे जवाब — साफ, सरल और सीधे शब्दों में।
गोल्डन कार्ड आखिर है क्या?
यह कोई ATM कार्ड नहीं — बल्कि आपके इलाज की गारंटी है।
Ayushman Bharat Golden Card भारत सरकार द्वारा जारी किया गया एक Health Assurance कार्ड है जो पात्र नागरिकों को ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज प्रदान करता है। यह कार्ड e-card की तरह डिजिटल भी होता है और physical copy भी बनाई जा सकती है।
क्यों जरूरी है ये कार्ड?
- अस्पताल में भर्ती होने पर इलाज के पैसे नहीं देने पड़ते
- दवाइयों, ICU, सर्जरी, और इलाज की हर सेवा मुफ्त
- सरकारी और कई बड़े प्राइवेट अस्पतालों में मान्य
- पूरे परिवार के लिए होता है (एक व्यक्ति नहीं)
एक नजर में – योजना की जानकारी
जानकारी | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) |
लॉन्च वर्ष | 2018 |
हेल्थ कवरेज | ₹5 लाख प्रति वर्ष प्रति परिवार |
लाभार्थी | SECC 2011 डाटा पर आधारित पात्र परिवार |
कार्ड का नाम | आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड |
लागू स्थान | पूरे भारत में |
अस्पतालों की संख्या | 24,000+ (सरकारी और निजी दोनों) |
कौन पात्र है इस कार्ड के लिए?
अब यहां कोई लंबी eligibility list नहीं — बस सीधे चेक करें कि आप SECC 2011 डेटा में शामिल हैं या नहीं।
कुछ प्रमुख पात्र श्रेणियां:
- जिनके घर कच्चे हैं या छप्पर वाले हैं
- जिनके परिवार में कोई 16–59 वर्ष का नहीं है
- जिनके घर में कोई शिक्षित सदस्य नहीं है
- मजदूरी करने वाले परिवार
- अनुसूचित जाति/जनजाति के परिवार
- बिना घर के लोग (homeless)
जानना है आप पात्र हैं या नहीं?
यहाँ चेक करें: https://pmjay.gov.in
घर बैठे कैसे बनवाएं आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड? (स्टेप-बाय-स्टेप गाइड)
तरीका 1: मोबाइल और इंटरनेट से ऑनलाइन आवेदन
Step 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
Step 2: “Am I Eligible?” पर क्लिक करें
- मोबाइल नंबर डालें
- OTP से वेरीफाई करें
- अपना राज्य और जिला चुनें
Step 3: अपने नाम की पात्रता लिस्ट में खोज करें
- नाम, राशन कार्ड या मोबाइल से खोजें
- अगर नाम है, तो अगला स्टेप करें
Step 4: Aadhaar से KYC करें
- आधार नंबर डालें
- OTP से आधार वेरिफाई करें
Step 5: फोटो और दस्तावेज़ अपलोड करें
- पासपोर्ट साइज फोटो
- राशन कार्ड या पहचान पत्र
- कोई एड्रेस प्रूफ
Step 6: कार्ड का जनरेशन और डाउनलोड
- आवेदन सफल होते ही e-card जनरेट होता है
- इसे डाउनलोड करें या PDF सेव कर लें
- बाद में CSC सेंटर से कार्ड की हार्ड कॉपी ले सकते हैं
तरीका 2: CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) से बनवाएं
- अपने नजदीकी CSC केंद्र पर जाएं
- आधार कार्ड, राशन कार्ड और मोबाइल नंबर साथ लें
- ऑपरेटर KYC करेगा और कार्ड जनरेट करेगा
- ₹30 से ₹50 सर्विस चार्ज लिया जा सकता है
- कार्ड उसी समय हाथ में मिल सकता है
CSC सेंटर खोजें: https://locator.csccloud.in
संबंधित लाभकारी योजनाएं:
जरूरी दस्तावेज़ क्या-क्या चाहिए?
दस्तावेज़ का नाम | जरूरी या वैकल्पिक |
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आधार कार्ड | अनिवार्य |
मोबाइल नंबर (Aadhaar से लिंक) | अनिवार्य |
राशन कार्ड / परिवार पहचान पत्र | वैकल्पिक लेकिन फायदेमंद |
पासपोर्ट साइज फोटो | जरूरी |
एड्रेस प्रूफ (बिजली बिल/पानी बिल) | अगर CSC पर आवेदन कर रहे हैं तो |
किन अस्पतालों में कार्ड मान्य है?
देशभर में 24,000 से अधिक अस्पताल PM-JAY के पैनल में हैं, जिनमें:
- AIIMS, Safdarjung, PGI जैसे सरकारी अस्पताल
- Apollo, Fortis, Max जैसे प्राइवेट मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स
- जिला, तहसील और ग्रामीण अस्पताल
नजदीकी अस्पताल चेक करें:
https://hospitals.pmjay.gov.in
क्या कार्ड बनवाने या इलाज के लिए पैसे लगते हैं?
❌ नहीं, बिल्कुल नहीं।
कार्ड बनवाने की प्रक्रिया सरकारी तौर पर मुफ्त है।
CSC या प्राइवेट ऑपरेटर अगर आपसे पैसे मांगते हैं, तो आप PMJAY हेल्पलाइन पर शिकायत कर सकते हैं।
📞 टोल-फ्री नंबर: 14555 या 1800-111-565
किस तरह की बीमारियों का इलाज इस कार्ड से कवर होता है?
श्रेणी | कवर की जाने वाली बीमारियां |
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Cardiology | हार्ट सर्जरी, एंजियोप्लास्टी |
Oncology | कैंसर का कीमोथेरेपी और रेडिएशन |
Orthopedics | घुटने की सर्जरी, फ्रैक्चर |
Maternity | डिलीवरी, C-Section |
Nephrology | डायलिसिस |
General | बुखार, चोट, संक्रमण आदि का इलाज |
कार्ड बनने के बाद क्या करें?
- डाउनलोड की गई PDF को मोबाइल में सेव रखें
- प्रिंट लेकर किसी दुकान से Laminate करवा लें
- अस्पताल में भर्ती होने से पहले उसे साथ रखें
- हर साल पात्रता दोबारा चेक करते रहें
- परिवार के सभी सदस्य कार्ड से लिंक हों
निष्कर्ष: अब इलाज के लिए पैसों की चिंता नहीं
Ayushman Bharat Golden Card भारत सरकार की एक ऐसी कोशिश है जो हर भारतीय को स्वास्थ्य का अधिकार दिलाती है — वो भी बिना खर्च।
अगर आपने अभी तक कार्ड नहीं बनवाया है, तो आज ही ऑनलाइन आवेदन करें या नजदीकी CSC पर जाएं।
आपका एक कदम, आपके पूरे परिवार को सुरक्षा दे सकता है।
FAQs – कुछ जरूरी सवाल जिनके जवाब आपको चाहिए
Q1. अगर मेरा नाम SECC लिस्ट में नहीं है तो क्या मैं कार्ड नहीं बनवा सकता?
नहीं, लेकिन कुछ राज्य अब State Health Card भी जारी करते हैं। जैसे छत्तीसगढ़ में ‘डॉ. खूबचंद बघेल योजना’। वहां से भी लाभ मिल सकता है।
Q2. क्या केवल सरकारी अस्पतालों में ही कार्ड मान्य है?
नहीं, अधिकतर बड़े प्राइवेट अस्पताल भी आयुष्मान योजना से जुड़े हुए हैं — जैसे Fortis, Max, Medanta आदि।
Q3. अगर मेरा पहले से इलाज चल रहा है, क्या मैं इसमें कवर हो सकता हूं?
अगर इलाज की प्रक्रिया अस्पताल में भर्ती होने के बाद शुरू हुई है और अस्पताल PMJAY से जुड़ा है — तो हां।
Q4. गोल्डन कार्ड बनने के बाद कब से एक्टिव होता है?
आमतौर पर कार्ड जनरेट होते ही एक्टिव हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में 24 घंटे तक प्रोसेसिंग टाइम लगता है।
Q5. क्या आयुष्मान कार्ड एक बार बनवाने के बाद हर साल रिन्यू करना होता है?
नहीं, कार्ड एक बार बनता है और जब तक आप पात्र हैं, तब तक मान्य रहता है। पर हर साल पात्रता अपडेट ज़रूरी होती है।