यह योजना क्या है और कब शुरू की गई थी?
हरियाणा सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए एक नई और सराहनीय योजना की शुरुआत की है, जिसका नाम है ‘राह वीर योजना’।
इस योजना की शुरुआत 2024 के अंत में की गई थी, और इसे 2025 में पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर कोई व्यक्ति किसी सड़क दुर्घटना में घायल को 1 घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचा देता है, तो उसे सरकार की ओर से ₹25,000 तक का नकद इनाम दिया जाएगा।
क्या है ‘राह वीर योजना’?
राह वीर योजना हरियाणा सरकार की एक मानवता को प्रोत्साहित करने वाली पहल है।
कई बार सड़क हादसों में घायल व्यक्ति समय पर अस्पताल न पहुंच पाने की वजह से अपनी जान गंवा देता है। इस स्थिति को बदलने के लिए सरकार ने यह योजना शुरू की है।
अगर कोई आम नागरिक हादसे में घायल किसी व्यक्ति को तुरंत नज़दीकी अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर पहुंचाता है, तो सरकार उस मददगार को ₹25,000 की आर्थिक सहायता देती है।
राह वीर योजना की मुख्य बातें:
बिंदु | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | राह वीर योजना |
शुरू करने वाली सरकार | हरियाणा सरकार |
शुरुआत | 2024 (राज्य-स्तर पर 2025 में लागू) |
लाभार्थी | वो व्यक्ति जो घायल को 1 घंटे में अस्पताल पहुंचाए |
इनाम राशि | ₹25,000 |
अधिकतम लाभ सीमा | 1 व्यक्ति साल में अधिकतम 5 बार लाभ ले सकता है |
पैसा मिलने की अवधि | 7 दिनों के अंदर खाते में भेजा जाएगा |
इनाम कैसे मिलेगा?
- जैसे ही आप किसी घायल को अस्पताल पहुंचाते हैं, वहां मौजूद स्टाफ एक फॉर्म भरवाएगा।
- अस्पताल के डॉक्टर घटना का विवरण और समय रिकॉर्ड करेंगे।
- आपके द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि की जाएगी।
- सब सही होने पर 7 दिनों के भीतर ₹25,000 का इनाम आपके बैंक अकाउंट में भेज दिया जाएगा।
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कौन कर सकता है आवेदन?
- कोई भी आम नागरिक (कोई आयु, जाति, वर्ग की सीमा नहीं)
- सिर्फ वही व्यक्ति जो घायल को खुद अस्पताल पहुंचाता है
- पुलिस, डॉक्टर या अस्पताल स्टाफ को यह इनाम नहीं मिलेगा — सिर्फ आम जनता को
जरूरी शर्तें:
- घायल को दुर्घटना के 1 घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाना अनिवार्य है।
- अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के समय घटना का रिकॉर्ड दर्ज होना चाहिए।
- एक व्यक्ति साल में अधिकतम 5 बार ही यह इनाम ले सकता है।
- कोई झूठी जानकारी देने पर लाभ नहीं मिलेगा।
किन अस्पतालों में ले जा सकते हैं?
- सरकारी अस्पताल
- प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर जो राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हो
इस योजना की खास बात क्या है?
हरियाणा सरकार ने इस योजना को “जन सेवा” और “प्रेरणा” का रूप दिया है।
इससे दो फायदे होंगे:
- घायल व्यक्ति की जान समय पर बचाई जा सकेगी
- मददगार को आर्थिक सम्मान मिलेगा और दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी
अधिक जानकारी कहाँ मिलेगी?
- जिले के Chief Medical Officer (CMO) से संपर्क करें
- नजदीकी सरकारी अस्पताल/CHC/PHC
- या हरियाणा सरकार की वेबसाइट पर योजना का नोटिफिकेशन देखें
सरकार का क्या कहना है?
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने इस योजना को “मदद के बदले सम्मान” का नाम दिया है। उनका कहना है कि यह पहल न केवल मानवीय संवेदनाओं को बढ़ाएगी, बल्कि समाज में जागरूकता भी लाएगी।
निष्कर्ष:
‘राह वीर योजना’ न केवल एक सरकारी योजना है, बल्कि यह मानवीय कर्तव्य को बढ़ावा देने वाली एक प्रेरणादायक पहल है।
अगर आप किसी सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद कर उसे 1 घंटे में अस्पताल पहुंचाते हैं, तो न सिर्फ उसकी जान बचा सकते हैं, बल्कि हरियाणा सरकार से ₹25,000 तक का इनाम भी पा सकते हैं।
राह वीर योजना – अतिरिक्त ज़रूरी FAQs
1. अगर घायल रास्ते में ही दम तोड़ दे तो क्या मदद करने वाले को इनाम मिलेगा?
उत्तर:
हां, अगर घायल को आप समय पर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश करते हैं और डॉक्टर पुष्टि करते हैं कि आपने ईमानदारी से प्रयास किया, तो भी आपको इनाम मिल सकता है।
फाइनल निर्णय अस्पताल और जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर आधारित होगा।
2. क्या राह वीर योजना में कोई ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है?
उत्तर:
नहीं, इस योजना के लिए कोई ऑनलाइन आवेदन नहीं करना होता।
अस्पताल पहुंचने पर वहां का स्टाफ आपकी जानकारी लेता है और वही प्रक्रिया शुरू करता है।
3. अगर कोई दो लोग मिलकर घायल को अस्पताल लेकर जाते हैं तो इनाम किसे मिलेगा?
उत्तर:
इस स्थिति में दोनों व्यक्तियों के नाम दर्ज किए जाते हैं, लेकिन इनाम एक ही बैंक खाते में भेजा जाएगा।
फैसला अस्पताल और जिला अधिकारी की सिफारिश पर निर्भर करता है।
4. क्या योजना का फायदा लेने के लिए घायल का पहचान पत्र देना ज़रूरी है?
उत्तर:
नहीं, घायल की पहचान की पुष्टि अस्पताल द्वारा की जाएगी।
मदद करने वाले व्यक्ति को केवल अपना आधार कार्ड या कोई वैध ID देना होता है।
5. अगर किसी ने पहले से एंबुलेंस कॉल कर दी हो, तो क्या मदद करने वाला फिर भी इनाम पा सकता है?
उत्तर:
अगर आप घायल को अस्पताल पहुंचाने में वास्तव में सक्रिय भूमिका निभाते हैं और समय सीमा के अंदर पहुंचते हैं, तो आप इनाम के हकदार रहेंगे, भले ही एंबुलेंस बाद में पहुंचे।
6. क्या कोई वीडियो या फोटो प्रूफ देना ज़रूरी होता है?
उत्तर:
आमतौर पर वीडियो या फोटो प्रूफ की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन कुछ मामलों में प्रशासन पुष्टि के लिए CCTV फुटेज या चश्मदीदों से जानकारी ले सकता है।
अगर आपके पास कोई फोटो या क्लिप हो, तो वो सहायक हो सकती है।
7. क्या राह वीर योजना सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं पर लागू होती है?
उत्तर:
हां, फिलहाल यह योजना सिर्फ सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों को समय पर अस्पताल पहुंचाने पर ही लागू होती है। अन्य दुर्घटनाओं (जैसे घरेलू या औद्योगिक) पर यह लागू नहीं है।
8. अगर घायल व्यक्ति की कोई पहचान नहीं है तो क्या मदद करने वाले को इनाम मिलेगा?
उत्तर:
जी हां, अगर घायल की पहचान नहीं है तब भी अगर आप उसे समय पर अस्पताल पहुंचाते हैं और फॉर्म भरवाते हैं, तो आप इनाम के लिए योग्य हैं।
अस्पताल प्रशासन घटना का रिकॉर्ड बनाएगा।
9. योजना का फॉर्म कहां से मिलेगा?
उत्तर:
इस योजना का कोई अलग से ऑफलाइन फॉर्म नहीं भरना होता।
जब आप घायल को अस्पताल पहुंचाते हैं, वहीं अस्पताल स्टाफ आपके नाम और जानकारी को रिकॉर्ड करता है, जो योजना का हिस्सा होता है।
10. क्या यह योजना हरियाणा के सभी जिलों में लागू है?
उत्तर:
हां, राह वीर योजना हरियाणा के सभी जिलों में लागू की जा चुकी है।
हर जिले के अस्पतालों और स्वास्थ्य अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।
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