फैमिली ID से जुड़ी सख्ती शुरू – बीपीएल कार्ड जांच में तेजी
हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में सरकार ने फैमिली ID (परिवार पहचान पत्र) के ज़रिए लोगों की आर्थिक स्थिति की जांच शुरू कर दी है। अब जिन लोगों की वास्तविक आमदनी ज्यादा पाई गई, उनके बीपीएल राशन कार्ड (BPL Ration Card) रद्द (कट) किए जा रहे हैं।
सरकार का कहना है कि अब सही व्यक्ति तक ही योजनाओं का लाभ पहुंचे, इसके लिए ऐसे कदम ज़रूरी हैं।
किन लोगों के काटे जा रहे हैं राशन कार्ड?
सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, जिन लोगों के पास नीचे दी गई कोई भी चीज़ है, उनका बीपीएल कार्ड हटाया जा रहा है:
1. बिजली का बिल ₹30,000 से ज़्यादा (सालाना)
अगर किसी फैमिली ID धारक का साल भर का बिजली बिल ₹30,000 से अधिक है, तो उसे अमीर माना जा रहा है।
इसलिए ऐसे लोगों का नाम बीपीएल सूची से हटाया जा रहा है।
उदाहरण: अगर आप हर महीने ₹2500 से ज़्यादा बिजली का बिल भरते हैं, तो आप बीपीएल के दायरे से बाहर माने जा सकते हैं।
2. 150cc से ऊपर की बाइक या स्कूटर
जिनके पास 150 सीसी से ज़्यादा की बाइक या स्पोर्ट्स बाइक है, उन्हें भी अब बीपीएल सूची से बाहर किया जा रहा है।
सरकार का मानना है कि इतनी महंगी गाड़ी रखने वाले आर्थिक रूप से सक्षम हैं।
3. कार या चौपहिया वाहन
अगर आपके परिवार के नाम पर कोई कार या SUV है, चाहे वह पुरानी ही क्यों न हो, तब भी आप बीपीएल कार्ड के योग्य नहीं माने जाएंगे।
चाहे कार आपके भाई या बेटे के नाम पर हो, अगर वह फैमिली ID में शामिल है, तो उसका असर पड़ेगा।
4. ट्रैक्टर (खासकर नया या महंगा मॉडल)
जिन किसानों के पास नया या आधुनिक ट्रैक्टर है, उनका नाम भी बीपीएल सूची से हटाया जा रहा है।
सरकार मान रही है कि ट्रैक्टर एक बड़ी संपत्ति है और इसके मालिक को आर्थिक रूप से सक्षम माना जाना चाहिए।
5. 2 एकड़ से ज्यादा ज़मीन
अगर किसी के पास 2 एकड़ या उससे अधिक खेती योग्य ज़मीन है, तो वह बीपीएल सूची से बाहर किया जा सकता है।
ये सीमा राज्य के अनुसार थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन 2 एकड़ से ज़्यादा ज़मीन रखने वाले को गरीब नहीं माना जा रहा।
अगर आप किसान हैं तो पीएम किसान योजना की किस्त चेक करें।
सरकार का मकसद क्या है?
सरकार का कहना है कि कई लोग गलत जानकारी देकर बीपीएल कार्ड बनवा लेते हैं, जिससे वास्तव में ज़रूरतमंद लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पाता।
इसलिए अब:
- फैमिली ID से हर व्यक्ति की संपत्ति, इनकम और खर्च की जानकारी ली जा रही है
- उसी आधार पर राशन कार्ड में बदलाव किए जा रहे हैं
फैमिली ID कैसे काम करती है?
हरियाणा जैसे राज्यों में अब हर परिवार को एक फैमिली ID (PPP – Parivar Pehchan Patra) दी गई है, जिसमें परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी होती है:
- आधार नंबर
- आय
- ज़मीन
- वाहन
- बिजली बिल
- बैंक अकाउंट आदि
यही जानकारी जांच का आधार बन रही है।
क्यों हो रही है लोगों को परेशानी?
कई लोगों का कहना है कि:
- जो वाहन पुराने हैं, या किसी रिश्तेदार के नाम हैं, वो भी गिने जा रहे हैं
- ज़मीन बंजर है, लेकिन नाम पर है तो गिनती में आ रही है
- कई लोग घर में बीमार हैं, लेकिन कार्ड कटने से मुफ्त इलाज और राशन बंद हो गया
सरकार से मांग की जा रही है कि जांच में थोड़ी नरमी और असली स्थिति का आकलन होना चाहिए।
क्या करें अगर आपका बीपीएल कार्ड कट गया है?
✅ 1. अपील दर्ज करें:
जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में जाकर या वेबसाइट पर ऑनलाइन अपील फॉर्म भरें।
✅ 2. गलत जानकारी अपडेट करें:
अगर फैमिली ID में कोई जानकारी गलत है, जैसे:
- पुराना वाहन दिख रहा है
- ज़मीन बेच दी है लेकिन अभी भी रिकॉर्ड में है
- बिजली मीटर बंद है लेकिन बिल जुड़ गया
तो आप CSC केंद्र या PPP पोर्टल से उसे सही करवा सकते हैं।
कहां संपर्क करें?
- जन सेवा केंद्र (CSC)
- ब्लॉक कार्यालय / पंचायत भवन
- सरकारी पोर्टल: https://meraparivar.haryana.gov.in
- या राज्य की Food & Civil Supplies Department की वेबसाइट
निष्कर्ष :
बीपीएल कार्ड हटाने की प्रक्रिया अब फैमिली ID डेटा के आधार पर हो रही है।
अगर आपके परिवार का बिजली बिल अधिक है, बाइक/कार/ट्रैक्टर है या ज़मीन की मात्रा ज्यादा है — तो आपके राशन कार्ड पर असर पड़ सकता है।
✅ सही जानकारी देना जरूरी है
✅ जरूरतमंदों को योजना का लाभ मिले, यही इस सख्ती का उद्देश्य है